अवनींद्र नाथ टैगोर/Avaneendra Nath Tagore
जन्म – 07 अगस्त 1871, जोड़ासाँको, पश्चिम बंगाल (जन्माष्टमी के दिन)
मृत्यु – 01 सितंबर 1951
पिता –गुणेंद्र नाथ
पुत्र– अलोकेंद्र नाथ
कार्य– चित्रकार, छापाकार, आदर्श विचारक, समालोचक, शिक्षक माध्यम– प्रमुखता से वाश, वुडकट, पेस्टल
बहन– सुनैना देवी (भारत की प्रथम महिला चित्रकार )
पत्नी –सुहासिनी देवी
शिष्या – रानी चंदा
आत्मकथा –जोड़ासाको धारे
शैली –समन्वयवादी
आरंभिक गुरु– यूरोपीय कला की शिक्षा सिनोर गिलहार्डी (इटालियन कलाकार, स्टील लाइफ कलाकार)
पेस्टल की शिक्षा– चार्ल्स पामर
वाश की शिक्षा– यकोहामा ताइकवान, हिशिदा
शिक्षण– कोलकाता कला विद्यालय, उपप्राचार्य–1898,
प्राचार्य 1915–15
–रवींद्र भारती विश्वविद्यालय –1921
- इन्होंने भारतीय चित्र शैली से प्रभावित होकर कवि रवींद्रनाथ की चित्रांगदा पर 32 चित्र बनाए।
- विद्यापति का चंडीदास के गीतों तथा भारतीय पुरा कथाओं को भी चित्रित किया।
- 1909 से 10 में अजंता की अनुकृति के लिए लेडी हरिंघम की अध्यक्षता में जो दल आया उसकी सहायता के लिए अपने शिष्यों में असित कुमार हलदर, नंदलाल बसु, के वेंकटप्पा, समरेंद्र नाथ गुप्त को भेजा।
- 1921 के मध्य कोलकाता कला विद्यालय में कार्यरत अवनींद्र नाथ में जो व्याख्यान दिया वह बागेश्वरी शिल्प प्रबंध आवली के नाम से संग्रहित है।
- इन्होंने 1941 में रविंद्र नाथ की महाप्रणा लास्ट जर्नी का चित्रण करने के बाद अपनी तूलिका को त्याग दिया था
- इनके द्वारा बनाई गई ‘काटम कुटुम’ की कृति जो लकड़ी से निर्मित उल्लू है राष्ट्रीय संग्रहालय नई दिल्ली में संग्रहित है।
- 1920 –26 के दौरान के दौरान इन्होंने पेस्टल माध्यम में कार्य किया जिससे व्यक्ति चित्रण की रचना की।
- 1905 में बंगाल विभाजन हुआ बंकिमचंद्र के वंदे मातरम गीत से प्रभावित होकर भारत माता शीर्षक का चित्र वाश पद्धति में चित्रित किया।
- समाज की बुराइयों को इन्होंने मुखोटे के रूप में उजागर किया।
- अवनींद्र नाथ मुगल कला से प्रभावित थे लेकिन इनका मानना था कि मुगल कला में भाव का अभाव है।
- इन्होंने स्वयं को मुगल सिद्ध कलाकार
- नंदलाल बसु को शिव सिद्ध कलाकार
- छितिंद्र नाथ मजूमदार को चैतन्य सिद्ध कलाकार कहा।
पुस्तकें:–
भारतीय शिल्प के छडांग– 1921
अल्पना
भूत परिवेश
द इंट्रोडक्शन टू इंडियन आर्टिस्ट्स एनाटॉमी
राज कहानी
शकुंतला
भारतीय शिल्प परिचय
बांग्लार वृत्त
अवन ठाकुर (बच्चों की पुस्तक)
अवनींद्र नाथ के चित्र:–
अरेबियन नाइट्स अंखिला 1930
उमर खय्याम 1905
शुक्ला भीसारे
भारत माता (सर्वश्रेष्ठ)
सांध्य दीप
मॉर्निंग
गणेश जननी
कच देवयानी
पानी के बुलबुले बनाता बच्चा
कश्मीर की ओर जाते हुए
आकाश में सिद्धगड़
जावा की नर्तकी
निर्वासित यक्ष
तिश्ययक्षिता
लैला मजनू
स्वतंत्रता का सपना
अलिफ लैला
कृष्ण द्वारा केसु वध
माया मृग
मेघदूत
कृष्ण मंगलम
ऋतुसंहार
अभिसारिका
बुद्ध जन्म
बुध और सुजाता
ध्यान मग्न बुद्ध
शाहजहां के अंतिम दिन
द पासिंग ऑफ शाहजहां
शाहजहां की मृत्यु
ताजमहल को निहारते शाहजहां
औरंगजेब का बुढ़ापा
नूरजहां
पद्म पत्र पर अश्रु बिंदु
द कॉल ऑफ द फ्लूट