जे० स्वामीनाथन J. SWAMINATHAN
जन्म-1928, शिमला
जन्म-1928
जन्म स्थान - शिमला
पूरा नाम - जगदीश स्वामीनाथन
शिक्षा- दिल्ली पॉलीटेक्निक
कार्यस्थल- दिल्ली
1. ये कोलकाता गए जहां क्रान्तिकारी समाजवादी दल के सदस्य बने जहां इन्होने मजदूर आवाज पत्रिका का सम्पादन किया। I
2 इसके बाद अरूणा आसिफ अली आदि उग्रवादियों के अनुयायी हुए फिर साम्यवादी दल के सदस्य बने।
3. 1962 में ग्रुप 1890 की स्थापना की जिसके प्रचार के लिए 1966 में कान्ट्रा पत्रिका का सम्पादन किया।
4. 1970 में ललित कला अकादमी का विरोध किया।
. ये Artist Protect Movement के सचिव रहे।
6. 1982 में भारत भवन भोपाल की स्थापना की।
कला यात्रा
प्रथम चरण-
1959 के लगभग प्रागैतिहासिक कला की बिम्ब योजना तथा आदिम सभ्यता के चिन्हों का प्रयोग किया इसमें जादुई प्रभावों पर विचार किया गया।
दूसरा चरण-
भारतीय लोककला और आदिवासी संस्कृतियों के प्रतीकों तथा प्रतिमाओं की जादुई भावना के आधार पर चित्रण किया गया।
तृतीय चरण-
1960 के बाद इन्होंने भारतीय मिथलों का प्रयोग किया। इनमें ॐ स्वास्तिक, कमल, हाथ की हाय, सर्व प्रमुख है। इनमें गायें रंगों का प्रयोग किया गया।
चतुर्थ चरण-
काल्पनिक तथा ज्यामितीय चित्रण किया गया है. इन चित्रों को 'अतरिक्ष को रंग प्यामितीय नाम दिया गया है।
अन्तिम वरण-
प्रकृति से प्रतीकों का चयन करके आहे-तिरछे कोमल पारदर्शी तथा विशाल आकार के पर्वतों का चित्रण किया। इन्होने पक्षियों को सांकेतिक रूप में वित्रित किया है इसलिए इन्हें चर्च मैन कहा गया।
बुक
Pessuing Figure
Diagram
जर्नी- प्रथम
Mountain and Bird
The tree
दिशा हीन उड़ती चिड़िया।
कविताएं:-
गांव का झल्ला
पुराना रिश्ता
सेव और संगमा
दूसरा पहाड़
कौन मेरा