एस0एच0 रजा /सैयद हैदर रजा
जन्म-1922 बवेरिया, मध्यप्रदेश
मृत्यु-2016 दिल्ली
पिता- सैय्यद मोहम्मद
माता- ताहिरा बेगम
शिक्षा- मुम्बई आर्ट्स कॉलेज - वाॅल्टर लैग हैमर
प्रारंभिक शिक्षा- नागपुर के श्री से में पेरिस की छात्रवृत्ति पर 1950-53
कार्य- दृश्य चित्रकार
इन्होने अपनी कला का प्रा0 जलरंग से किया व प्रमुख माध्यम एक्रलिक था।
इन्होने शहरी हलचल, कारखानो की चिमनियों से निकलते धुए से मलीन वातावरण के साथ अनेक दृश्यों को चित्रित किया।
स्पेन में ये पुराने स्थापत्य तथा एल0 ग्रेको के ‘तेलोद के दशा चित्र से विशेष प्रभावित हुए।
1956 में इन्होने पेरिस में अपने चित्रो की प्रदर्शनी की जिसकी बहुत
प्रसंशा हुयी व इन्हें पेरिस का प्रीडेट क्रिटिक पुरस्कार प्राप्त हुआ, प्रोत्सोहित होकर ये पेरिस में ही बस गये।
इनकी कला में रंगो की लय अपने आरोही एवं संतुलित रूपो में मिलती है।
इनकी कला में बिन्दु एक ऊर्जात्मकम पक्ष है, जिसके विश्लेषण में इन्होने कहा- हमें वृहद आकार से आधारभूत तत्व था बीज तक पहुंचने है क्योंकि बीज ही प्राण है।‘‘
गहरे मखमली रंगो का प्रयोग इनकी कला की विशेषता है।
इन्होने कश्मीर के प्राकृतिक दृश्यों की अपने चित्रो में प्रदर्शित
किया। ये रंगो के प्रति संवदेनशील कलाकार थे।
पुरस्कार
कालीदास पुरस्कार-1978
पद्मश्री - 1981
पद्मभूषण-2007
पद्भ विभूषण-2013
चित्र
कश्मीर की घाटी
सौराष्ट्र
चैपाटी
श्रीनगर की गली
पतझड़
झेलम
ग्रीष्म अवकाश
आज
बिन्दु बीज मन्त्र
अम्बर
हरे सेब
ला एट ईट
सैरीग्राफ
जंगल में अग्नि
राजस्थान चित्र श्रंखला
तृष्णा
अवास्थ्य गुरू
राजप ूताना
अंकुरण-1987
कम्पोजीशन-2007
सेशन-1966
अनटाइल्ड-1984