अमृता शेरगिल

 


अमृता शेरगिल  AMRITA SHERGIL


जन्म– 1913, बुडापेस्ट हंगरी 
मृत्यु –1941, लाहौर
माता– मारिया अन्नावनते (ओपेरा कलाकार) 
पिता– उमराव सिंह शेरगिल (अमृतसर के रहने वाले थे) 
पति– डॉक्टर एंगने 


प्रारंभिक शिक्षा– इटली के फ्लोरेंस कला विद्यालय मेजर बिट मार्क, बोवेन पिल्मन से ली।
कला शिक्षा– पेरिस के एकोल द बोज में ल्यूसिया साइमो से ली।
चित्रण विषय– गरीब भारतीय की वेदना कुरूपता सांवले रंग वाले दुबले पतले शरीर।


  • 1930 में उन्होंने तैल चित्र प्रारंभ किया। 
  • 1934 में पेरिस से भारत लौटी तो शिमला में समर हिल नामक स्थान पर स्टूडियो खोला।
  • यूरोप भ्रमण के समय इन्होंने पिकासो ब्रॉक, मातिस, गोगिन के चित्रों से प्रेरणा लेकर तथा गोगिन की ताहिती कला से प्रभावित होकर चित्रण किया।
  • इनका कार्यक्षेत्र भारत रहा।
  • भारत आने पर सर्वप्रथम अजंता का प्रभाव पड़ा। 
  • यह अपने चित्रों के माध्यम से भारत की अंतरात्मा खोजने का प्रयास करती हैं। 
  • सर्वाधिक चित्र एनजीएमए में संग्रहित हैं।
  • 1936 में अजंता का भ्रमण किया व दक्षिण भारत कला केंद्रों का भ्रमण करके भारतीय चित्रण के तत्वों का ग्रहण किया।
  • लाल रंग सर्वाधिक प्रिय था। 
  • 1978 में डाक विभाग ने इनकी पेंटिंग ‘हिल वूमेन’ पर डाक टिकट जारी किया।
  • सर्वाधिक संख्या में आत्म चित्र बनाएं।

अमृता शेरगिल के चित्र:–

बाजार जाते हुए 
भीखमंगे 
ब्रह्मचारी 
कथावाचक 
दक्षिण भारतीय ग्रामनिवासी 
रेस्टिंग 
बरामदा विद रेड पिलर्स 
पनिहारी 
नील वासना 
वधू का सिंगार 
हल्दी ग्राइंडर 
प्रोफेशनल मॉडल 
स्टोरी ऑफ ट्रेलर 
बालिका वधू 
अछूत बालिका     
हिल वूमेन।          
हिल मैन 
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