शारदा चरण उकील /Sharda Charan Ukeel
जन्म – 1891, विक्रमपुर बांग्लादेश।
शिक्षा– कोलकाता, अवनींद्र नाथ से (वास तकनीक)
प्राचार्य – 1926 में स्वयं उकील स्कूल के स्थापना कर उसमें शिक्षक रहे।
विषय – ऐतिहासिक पौराणिक जिसमें कृष्ण व बुद्ध को प्रमुखता दी।
- इनकी कला में ठाकुर शैली के अतिरिक्त मुगल व ईरानी शैली का प्रभाव है।
- इनके चित्र काल्पनिक है, जिनमें भावपूर्ण मुद्राएं और रेखांकन दर्शनीय है।
- इनकी नारी आकृतियों में स्वप्नलोक की सृष्टि की गई है।
- रूपलेखा नामक पत्रिका का प्रकाशन किया जो अब IFACCS द्वारा प्रकाशित की जाती है।
- मंझिले भाई वरदा उकील थे, जो सोसाइटी के व्यवस्थापक तथा रूपलेखा पत्रिका के संपादक रहे,
- तीसरे भाई रंदा उकील ने इंडिया हाउस लंदन में भित्ति चित्रण किया,
- इन्होंने उत्पीड़न, गरीबी रेखा, निराशा, कष्ट पूर्ण जीवन की मन: स्थिति को अपने चित्रों में अंकित किया।
शारदा चरण उकील के चित्र:
राधा कृष्ण
बंसी वादक
गोपाल
प्रेमी पीड़ित विरहणी
संदेश
जटायु की मृत्यु
ईद का चांद
जर्जर भिखारी
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Indian Artist