नंदलाल बसु

 

नंदलाल बसु / Nandlal Bosh

1882 – 1966


जन्म – 1882– बिहार के मुंगेर जिले के खड़कपुर स्थान पर
मृत्यु 1966
पिता – पूर्ण चंद्र बसु
माता –  चित्र वाली
पत्नी – सुधीरा देवी

प्रारंभिक शिक्षा–  कोलकाता में खुदीराम बोस के माध्यमिक विद्यालय,  हरिनारायण बोस से।
कला की शिक्षा –  कोलकाता में अवनींद्र नाथ से।

शिक्षक:–
1918–  प्राचार्य, इंडियन सोसायटी आफ ओरिएंटल आर्ट ।
1918 अंत में– शांतिनिकेतन कोलकाता ।
1921– 22 –शांतिनिकेतन का विभागाध्यक्ष।
कार्य–  चित्रकार, छापाकार, भित्ति चित्रकार,
माध्यम–  प्रारंभ में वाश,
              प्रमुखता टेंपरा, लीनो,  फ्रेस्को सेस्को , पोस्टर।
विषय – पौराणिक एवं धार्मिक कथाएं, बुद्ध का जीवन

पुरस्कार – 

  1. देशीकोटम पुरस्कार– 1952, विश्व भारती द्वारा।
  2. पदम विभूषण –1954
  3. रजत जयंती पदक– 1958 कोलकाता ललित कला अकादमी द्वारा।
  4. रवींद्र शताब्दी पदक – 1965 रविंद्र भारती विश्वविद्यालय द्वारा

D.lit की उपाधियां
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय – 1950
कोलकाता – 1957
रविंद्र भारती –1963

1910 अजंता की अनुकृतियां
1921 बाघ की अनुकृतियां
1909 रविंद्रनाथ की चयनिका के लिए चित्र
1917 रविंद्रनाथ की गीत मितान के लिए चित्र
1916– 17 समरेंद्र नाथ के साथ जगदीश बसु के विज्ञान मंदिर में महाभारत के भित्ति चित्र
1931 में रविंद्र नाथ के सहज पत्र के लिए चित्र
1939 बड़ौदा के महाराजा के कीर्ति मंदिर में चित्र
1937 फैजपुर अधिवेशन के पंडालों की सजा,( विषय– भारतीय किसान जीवन)
1937 कांग्रेस के अधिवेशन के पंडालों की सजा (विषय –भारतीय ग्रामीण जीवन)

  • कोलकाता में प्रवेश के समय महाश्वेता का चित्र ले गए।
  • 1921 में कर्मचारी संघ की स्थापना की
  • इन्होंने माइकल एंजेलो व रफेल के चित्रों के अनुकृतियां बनाई।
  • नंदलाल पर प्रथम डॉक्यूमेंट्री में बनी थी।
  • इन्हें शिव सिद्ध कलाकार, व नव बंगाल स्कूल का जन्मदाता कहा जाता है।
  • शांतिनिकेतन में विद्यार्थी इन्हे मास्टर मोशाय  या बाबूमोशाय के नाम से बुलाते थे।
  • यह गांधीजी से प्रभावित थे, इन्होंने इंदौर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाई ।
  • नमक आंदोलन व असहयोग आंदोलन में भाग लिया।

पुस्तकें:–

  1. शिल्प चर्चा,
  2. शिल्प कथा,
  3. रुपावली,
  4. भारतीय कला का सिंहावलोकन

  • रविंद्र नाथ की कृति गीतांजलि के लिए चित्रण किया
  • 1928 में इटालियन में म्यूरल तकनीक में दूल्हे की सवारी नामक भित्ति चित्र बनाया।
  • भारतीय संविधान की मूल पांडुलिपि का चित्रण किया जिसमें कुल 22 चित्र बनाएं।

चित्र:–
सती का देहत्याग,
उमा की तपस्या
शिव का विषपान
गंगावतरण
घायल बकरी को ले जाते बुद्ध
शतरंज खेलते कौरव पांडव
धृतराषट्र और गांधारी
बुध और मेमना
वीणावादिनी 
संथाल युवती
हल जोतता किसान
शिव और सती
वर्षा से धुला कोणार्क
दांडी मार्च
युधिष्ठिर की स्वर्ग यात्रा
अर्धनारीश्वर
बकरियां
केंदुली मेला
नटीर पूजा
जगाई मगई
कुरुक्षेत्र
पर्वत का  कोहरा
शिव की तपस्या में लीन पार्वती
स्वर्ण कुंभ
महिषासुर मर्दिनी
हरमुख गंगोत्री
अन्नपूर्णा
सरस्वती
न्यू क्लाउड्स
विषपान करते शिव/ शिव का विषपान
पार्थ सारथी
सती

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